जन्म कुंडली का विश्लेषण करने से पूर्व ज्योतिषी को पहले कुंडली की कुछ बातो का अध्ययन करना चाहिए. जैसे ग्रह का पूरा अध्ययन, भावों का अध्ययन, दशा/अन्तर्दशा, गोचर आदि बातों को देखकर ही फलकथन कहना चाहिए।
Learn Moreकुंडली गुण मिलान एक अद्भुत एवं कठिन कार्य हैं, जिसमे कई ज्योतिष्य संयोग और नियमों को परखा जाता हैं, यहाँ पर आप केवल मात्र अपने एवं अपने साथी के नाम के उपयोग से कुंडली गुण मिलान कर सकते है।
Learn Moreयूं तो कहते हैं कि ईश्वर को प्रसन्न करने के लिए मन में सच्ची भक्ति होनी चाहिए. फिर भी हमारा मन कई बार पूजा-पाठ के सही या गलत विधि-विधानों में उलझ जाता है. ऐसे में आपकी उलझनों को दूर कर सकते हैं।
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